ChauthChandra puja: मिथिलाक प्रसिद्ध पाबनि चौरचन पूजाक पारम्परिक पद्धति
[smartslider3 slider=”3″]
सिंहः प्रसेनमवधीत् सिंहो जाम्बवता हतः।
सुकुमारक मा रोदीः तव ह्येष स्यमन्तकः।।
दधिशंखतुषाराभं क्षीरोदार्णवसम्भवम्।
नमामि शशिनं भक्त्या शम्भोर्मुकुटभूषणम्।
अत्रिनेत्रसमुद्भूतं क्षीरोदार्णवसम्भवम्।
नमामि शशिनं भक्त्या शम्भोर्कुटभूषणम्।।डाली उठएबाक मन्त्र। अन्य सभ व्यक्ति एही मन्त्रसँ चन्द्रमाक दर्शन करी।
Leave a Reply